| दगा देने कि तैयारी दगा शब्द राजनीति में नया नहीं है ! समय के साथ राजनीति किस तरह रंग बदलती है, इसका एक और उदाहरण हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव के बाद देखने को मिला ! तमिलनाडु में द्रमुक से गठबंधन की बदौलत ही वर्ष २००४ के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को केंद्रीय सत्ता की दौड़ में राजग से बढ़त मिल गयी थी ! वर्ष २००९ के लोकसभा चुनावों के बाद सत्ता बरक़रार रखने में भी द्रमुक के १९ संसदों की भूमिका महत्वपूर्ण रही, लेकिन अब जब विधान सभा चुनावों में मतदाताओं ने द्रमुक को ठुकरा दिया है तो अगले दिन ही कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी का फोन धुर विरोधी अन्नाद्रमुक प्रमुख जिन्हें इस बार प्रचंड बहुमत मिला है, को पहुँच गया ! बहाना बधाई का था, पर न्योता चाय का दे डाला ! इस अवसरवाद पर कांग्रेस प्रवक्ता ने सफाई दी की सोनिया ने तो सभी जीतने वाले मुख्यमंत्रियों को बधाई दी है, यह महज शिष्टाचार है, इसमे राजनीति नहीं देखनी चाहिए ! चलिए नहीं देखते राजनीति इस बात में, परन्तु इस सवाल का जबाब कांग्रेस में किसी के पास नहीं है कि सोनिय ने चाय पर कितने नए मुख्यमंत्रियों को बुलाया है ? |
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