नक़ली चेहरे
यूँ तो दुनिया में बहुत सारे है सुखनवर,
(पर ),,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
ग़ालिब का है अंदाज़े बयां कुछ और !
कहने वाले ने तो कह दिया .............
क्या मिलिए ऐसे लोगों से
जिनकी फितरत छुपी रहे
नक़ली चेहरा सामने आये
असली सूरत छुपी रहे !
आज से हम भी देखेंगे
क्या है असली ??????????????????
क्या है नक़ली ???????????????????
आपसे सहयोग की अपेक्षा के साथ !
आज इतना ही !
स्वागत
आचार्य
जी...देखिये..पूरा जोर लगाकर देखिये....मुखोटो का संसार तो स्रष्टि के आगत से ही अवस्थित है...पर पहले ये खेल था..मनोरंजन था. और अब ये जीवन बना लिया है हमने.
ReplyDeleteहर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी,
जिसको भी देखना है बार बार देखिये.
एक चेहरे पै कई चेहरे लगा लेते है लोग
ReplyDeleteठीक कहा आपने ,............
बल्कि अबतो दिक्कत तो यही है की
अधिकतर लोग मुखोटा पहने है सो .........
बिना मुखोटा का चेहरा ही नक़ली लगने लगता है !